अपरिवर्तित रक्त के रूप में सीधे शिरा से ज्यादातर रक्त ले लिया जाता है.
2.
अपरिवर्तित रक्त से प्लाज्मा का इस्तेमाल आधान के लिए प्लाजमा बनाने में किया जा सकता है या फ्रैक्शनेशन (
3.
अपरिवर्तित रक्त दाता के लिए लाल रक्त कोशिकाएं सीमित होती है, इसलिए दान की आवृत्ति को विस्तृत अंतर होता है.
4.
बिंबाणु को भी अपरिवर्तित रक्त से अलग किया जा सकता हैं, लेकिन वे बहुत सारे दानों से इकट्ठा किया जाना चाहिए.
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[56] अपरिवर्तित रक्त दाता के लिए लाल रक्त कोशिकाएं सीमित होती है, इसलिए दान की आवृत्ति को विस्तृत अंतर होता है.
6.
बिंबाणु को भी अपरिवर्तित रक्त से अलग किया जा सकता हैं, लेकिन वे बहुत सारे दानों से इकट्ठा किया जाना चाहिए.
7.
का बार-बार इस्तेमाल प्लाज्मा स्रोतइकट्ठा करने के लिए होता है, जिसका उपयोग अपरिवर्तित रक्त से प्लाजमा बनाने की तरह औषधियों के निर्माण में होता है.
8.
प्लाजमाफेरेसिस (Plasmapheresis) का बार-बार इस्तेमाल प्लाज्मा स्रोतइकट्ठा करने के लिए होता है, जिसका उपयोग अपरिवर्तित रक्त से प्लाजमा बनाने की तरह औषधियों के निर्माण में होता है.
9.
अपरिवर्तित रक्त से प्लाज्मा का इस्तेमाल आधान के लिए प्लाजमा बनाने में किया जा सकता है या फ्रैक्शनेशन (fractionation यानि किसी पदार्थ अथवा मिक्श्चर के घटकों का पृथक करना) करके प्रसंस्करण कर इसका इस्तेमाल अन्य औषधि बनाने में किया जा सकता है.
10.
इस तरीके का इस्तेमाल कर कोई व्यक्ति सुरक्षित रूप से प्लाज्मा या बिंबाणु (प्लेटलेट्स) अधिक से अधिक बार दान कर सकता है, बनिस्पत अपरिवर्तित रक्त दान के.[48] एक ही दान में प्लाज्मा और बिंबाणु दोनों देनेवाले दाता के साथ इन दोनों को जोड़ा जा सकता है.